Allama Iqbal Shayari in Hindi: नमस्ते दोस्तों, आज हम आपके लिए एक बहुत ही खास संग्रह लेकर आए हैं, जो एक विशेष कवि के द्वारा रचित है। यह संग्रह Allama Iqbal Shayari in Urdu & Hindi की शायरी का है। उनकी ग़ज़लें और कविताएँ उन लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं जो अच्छी Hindi Poetry का आनंद लेते हैं। आप 2 Line Shayari or 4 Line Shayari शायरी पढ़ सकते हैं और उन्हें आसानी से अपने प्रियजनों के साथ साझा कर सकते हैं। अल्लामा इकबाल उन कवियों में से एक हैं जिन्होंने अपनी कविताओं में केवल प्रेम ही नहीं बल्कि हर भावना को समेटा है। आज हम आपको उनकी कुछ बेहतरीन पंक्तियाँ प्रस्तुत कर रहे हैं।
Allama Iqbal was one of the greatest poets in the Urdu literature. He was a philosopher and politician. In the 20th century, he wrote some some of the finest verses in the Urdu language. This articles presents a collection of Allama Iqbal Urdu Shayari. You can also find Images which captures the essence of his words. Read the whole article and enjoy.
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Through the beautiful verses of Allama Iqbal Shayari in Hindi, you will explore the richness of his poetry and to reflect on the enduring themes that he has written. We hope that these shayari will inspire you, challenge you and motivates it in every challenge of your life
Allama Iqbal Shayari
[quote] खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहलेखुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रजा क्या है [/quote] [quote] सितारों से आगे जहां ओर भी हैं
अभी इश्क के इम्तहाँ और भी हैं [/quote] [quote] माना कि तेरी दीद के काबिल नहीं हूं मैं
तू मेरा शौक देख मेरा इंतजार देख [/quote] [quote] अच्छा है दिल के साथ रहे पासबान अकल
लेकिन कभी-कभी इसे तन्हा भी छोड़ दे [/quote] [quote] तू शाही है परवाज है काम तेरा
तेरे सामने आसमां और भी है [/quote]
[quote] अपने मन में डूबकर पा जा सुराग जिंदगीतू अगर मेरा नहीं बनता ना बन अपना तो बन [/quote] [quote] तेरे इश्क की इंतेहा चाहता हूं
मेरी सादगी देख क्या चाहता हुँ [/quote] [quote] नशा पिला के गिराना तो सबको आता है
मजा तो तब है कि गिरतों को थाम ले शाकी [/quote] [quote] हजारों साल नर्गिस अपनी बेनूरी पे रोती है
बड़ी मुश्किल से होता है चमन मैं दीदावर पैदा [/quote] [quote] दुनिया की महफिलों से उकता गया हूं यारब
क्या लूत्फ अंजुमन का दिल ही बुझ गया हो [/quote]
[quote] ढूंढता फिरता हूं मैं इकबाल अपने आप कोआप ही गोया मुसाफिर आप ही मंजिल हूं मैं [/quote] [quote] मन की दौलत हाथ आती है तो फिर जाती नहीं
तन की दौलत छांव है आता है धन जाता है धन [/quote] [quote] दिल से जो बात निकलती है असर रखती है
पर नहीं ताकत-ए परवाज मगर रखती है [/quote] [quote] इश्क कातिल से भी मकबूल से हमदर्दी भी
यह बता किससे मोहब्बत की जजा मांगेगा [/quote] [quote] सजदा खालीक को भी इब्लीश से याराना भी
हश्र में किस से अकीदत्त का सिला मांगेग [/quote]
Allama Iqbal Shayari in Urdu
[quote] Haya Nahin Hai Zamane ki Aankh Men baaqiKhuda Kare Ki Javani Teri Rahe Be-Dagh [/quote] [quote] Dil Se Jo Baat Nikalti Hai Asar Rakhti Hai
Par Nahi Taqat-e-parvaz Magar Rakhti Hai [/quote] [quote] Ilm Men Bhi Surur Hai lekin
Ye Vo Jannat Hai Jis Men Huur Nahin [/quote] [quote] Nahin Tera Nasheman Qasr-e-Sultani Ke Gumbad Par
Tu Shahin Hai Basera kar Pahadon Ki Chatanon Men [/quote] [quote] Hazaron Saal Nargis Apni Be-Nuri Pe Roti Hai
Badi Mushkil se Hota Hai Chaman Men Dida-var Paida [/quote]
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Allama Iqbal ki Shayari
[quote] रहमत है “दिल” के साथ रहेपासबान-ए-अक़्ल लेकिन कभी
कभी तो इसे “तन्हा” भी छोड़ दे [/quote] [quote] नहीं है न-उम्मीद ‘इक़बाल’
अपनी किश्त-इ-वीरान से
ज़रा नाम हो तो ये मिटटी
बहुत ज़रखेज़ है साक़ी [/quote] [quote] अपने मन में डूब कर पाजा
सुरग-ए-ज़िन्दगी
तू अगर मेरा नहीं बनता न
बन अपना तो बन [/quote] [quote] तूने ये क्या ग़ज़ब किया मुझ
को भी फर्श कर दिया
मैं ही तो एक राज़ था
सीना-इ-काएनात में [/quote] [quote] दीप ऐसे बुझे फिर जले ही नही
जख्म इतने मिले फिर सिले भी नहीं
व्यर्थ किस्मत पे रोने से क्या फायदा
सोच लेना कि हम तुम मिले भी नहीं । [/quote]
Allama Iqbal Shayari in Hindi
[quote] तेरे इश्क़ की इंतिहा चाहता हूँमेंरी सादगी देख क्या चाहता हूँ
ये जन्नत मुबारक रहे ज़ाहिदों को
कि मैं आप का सामना चाहता हूँ [/quote] [quote] तेरी दुआ से कज़ा तो बदल नहीं सकती
मगर है इस से यह मुमकिन की तू बदल जाये
तेरी दुआ है की हो तेरी आरज़ू पूरी
मेरी दुआ है तेरी आरज़ू बदल जाये [/quote] [quote] ज़लाम-ए-बहर में खो कर सँभल जा
तड़प जा पेच खा-खा कर बदल जा
नहीं साहिल तिरी किस्मत में ऐ मौज !
उभर कर जिस तरफ चाहे निकल जा ! [/quote] [quote] सितारों से आगे जहां और भी है
अभी इश्क़ के इम्तिहां और भी हैं
तू शाही है परवाज़ है काम तेरा
तेरे सामने आसमा और भी है [/quote] [quote] चिंगारी आजादी की ‘सुलगती’ मेरे जश्न में है,
इंकलाब की ज्वालाएं लिपटी मेरे बदन में
मौत जहां जन्नत हो यह बात मेरे वतन में है,
कुर्बानी का जज्बा “जिंदा” मेरे कफन में है। [/quote]
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Allama Iqbal Shayari in English
[quote] Nasha Pila Ke Girana To Sab Ko Aata HaiMaza To Tab Hai Ki Girton Ko Thaam Le Saaqi [/quote] [quote] Maana Ki Teri Deed Ke Qabil Nahi Ho Main
Tu Mera Shauq Dekh Mera Intizar dekh [/quote] [quote] Khudi Ko Kar Buland Itna Ki Har Taqdeer Se Pehle
Khuda Bande Se Khud Pochhe Bata Teri Raza Kya Hai [/quote] [quote] Firqa-Bandi Hai Kahin Aur Kahin Zaatein Hain,
Kya Zamane Mein Panapne Ki Yehi Baatein hain [/quote] [quote] Faqat Nigah Se Hota Hai Faisla Dil Ka,
Na Ho Nigah Mein Shokhi Toh Dilbari Kya Hai [/quote]
Allama Iqbal Best Shayari
[quote] यह ज़मीन है तेरी, तू इस पर खिला चमनयह फ़लक है तेरा, तू इस पर बसा आसमान [/quote] [quote] हमने तो हर ज़माना यही चाहा है
के मुसलमान को मुसलमान बना दें हम [/quote] [quote] हमारा मक़सद है तुम्हारी तरक्क़ी
हमारा मक़सद है तुम्हारी ख़ुशी [/quote] [quote] हमारा दीन है मोहब्बत का दीन
हमारा दीन है इंसाफ का दीन [/quote] [quote] कि मोहब्बत में हूँ इस क़दर मेरी जुनूं की इन्तेहा
देख ले मेरी बंदगी, देख ले मेरा ख़ुदा [/quote]
Allama Iqbal Shayari on Teachers in Urdu
[quote] Ki mohabbat mein hoon is qadar meri junoon ki intehaDekh le meri bandagi, dekh le mera Khuda [/quote] [quote] Tere ishq ki inteha chahta hoon
Meri sadgi dekh, kya chahta hoon [/quote] [quote] Yeh mehfil hai teri, aur tu hi is ka mehman hai
Tu hi is ka mehmaan-nawaz aur mehmaan-daar hai [/quote] [quote] Apne mann ka note apni zubaan par la
Apni zuban ka note apne dil par la [/quote] [quote] Yeh zameen hai teri, tu is par khila chaman
Yeh falak hai tera, tu is par basa aasman [/quote]