Best Desh Bhakt Shayari in Hindi

Desh Bhakti Shayari: नमस्ते मेरे प्यारे दोस्तों, अगर आप अपने देश भारत से प्यार करते हैं, तो आप निश्चित रूप से इस संग्रह को पसंद करेंगे। यह शायरी संग्रह आपके देश के प्रति आपके प्यार के बारे में है। आज, हम अपने देश की स्वतंत्रता का जश्न मना रहे हैं। हमें हमेशा अपने वीर शहीदों की बलिदानों को याद रखना चाहिए, जिन्होंने हमारे देश भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने जीवन की आहुति दी।

आज उन्हें याद करने का दिन है। यह उनकी बलिदानों से सीखने का दिन है। देशभक्ति हर भारतीय के रक्त में बहुत गहरा होता है, यह हमें एकता और बलिदान के महत्व को याद दिलाता है। चलो,Desh Bhakti in Hindi के अनगिनत शब्दों के लिए एक साथ आएं। इस शायरी के प्रत्येक पंक्ति में, आपको साहस और मातृभूमि के प्रति अमर प्रेम मिलेगा। आपको Desh Bhakti Shayari Images भी मिलेंगी, आप उन्हें सीधे अपने सोशल मीडिया पोस्ट में उपयोग कर सकते हैं।

Desh Bhakti Shayari

desh bhakti shayari

    बलिदानों की ज्वाला जलाए रखना,
लहराता तिरंगा यूं ही उठाये रखना
जान जाए तो जाये कोई गम नहीं
देश पर कुर्बानियों  का मातम न कर
मौत के बाद भी खुद को मुस्कराए रखना।   
    न झुकने देना कभी इसके मान को,
न मिटने देना कभी इसकी शान को।
चाहे कुर्बान करनी पड़े जान को।।
अपने सीने से इसको लगाए रखना
ये तिरंगा यूं ही उठाये रखना।   
    इन रंगों में बलिदानों का रंग तुम्हे मिल जायेगा,
ओढ़ तिरंगा निकलोगे तो अहसास तुम्हे हो जाएगा।
कितनो ने इसके खातिर खुद को सूली चढ़ा दिया,
इतिहास के पन्नो में पढने को मिल जायेगा ।।   
  अब है तुम्हारा फर्ज इसे आगे लेकर जाना है,
इस झंडे को दुश्मन की छाती पर फहराना है।।
राज तिलक और भगत गुरु ने लहू से अपने सींचा है,
तब जाके हरा-भरा अपना आज बगीचा है ।।      
      मर मिटेंगे हम अपने वतन के लिए ,
जान कुर्बान है प्यारे चमन के लिए
हमसे हमारी अब हसरत न पूछो
बाँध रखा सर पे तिरंगा कफ़न के लिए ।।  

desh bhakti shayari text

    ये जोश कभी कम नहीं होगा,
वीरों के बलिदानों से आया है।
कितनो ने लहू बहाया है,
तब जा के तिरंगा पाया है ।।   
    है जान जब तक मेरे सीने में हमारी ,
वतन की शान को न मिटने देंगे।
हम वीर सपूत हैं हम बलिदानी हैं
अपने इस चमन को लहू से सीच देंगे ।    
  चाहे जान की बाजी लगा देंगे हम
दुश्मनों को वतन से मिटा देंगे हम
है कसम इस तिरंगे की वतन के लिए
ये तिरंगा उनके सीने पर लहरा देंगे हम।      
    कतरा-कतरा मेरे लहू का
इस वतन के काम आएगा
मेरे जाने के बाद भी तिरंगा
हिमालय पर ऐसे मुस्कराएगा।   
    सौ जन्मो तक उनके अहसानों को भुला नहीं सकते।
हम सर कटा सकते हैं लेकिन झुका नहीं सकते
खींच दी हैं लकीरें जो अपने जिगर के लहू से
तुम लाख कोशिस करलो इसे मिटा नहीं सकते।   

desh bhakti shayari copy

    समय आ चूका है अब,
सभी को साफ़ साफ़ कहना होगा।
देशभक्ति की प्रबल धारा में,हर मन को अब बहना होगा।
जिसे लगे ये पराया तिरंगा,मेरा वतन छोड़ जाए
यहाँ तो भारतीय बनकर रहना होगा ||    
  अब तक जिसका खून न खौला
वह खून नही पानी है
जो वतन के काम न आए
वो बेकार जवानी है !!     
  मुझे न तन चाहिए न मन चाहिए
अमन से भरा यह वतन चाहिए।
जब तक जिन्दा रहू इस मातृभूमि के लिए
और मरु तो तिरंगा कफन चाहियें !!      
    हमे नशा तिरंगें कीं आंन का हे,
कुछ नशाँ मातृभूमि कीं शांन का हे
लहरायेगें यें तिरंगां,
नशा ये भारत माँ के शांन का हे !!   
    जिन्हें प्यार है मातृभूमि से, वो अपना खून बहाते हे
माँ की चरणों में अपना प्राण न्यौछावर करते हे
देश के लिए हसते हसते अपनी जान दे देते है
वहीँ सपूत अंत में अमर शहीद कहलाते है !!   

15 August Desh Bhakti Shayari

happy birthday bhai shayari

    आजादी की कभी शाम ना होंगे देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे,
बची है लहू की एक बूँद भी रगों में,
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम ना होने देंगे।    
    नजारे नजर से ये कहने लगे,
नयन से बड़ी चीज कोई नही,
तभी मेरे दिल ने ये आवाज़ दी,
वतन से बड़ी चीज कोई नही।    
    कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा
नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है !
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई हो….   
  कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है।     
    जब आँख खुले तो धरती हिंदुस्तान की हो,
जब आँख बंद हो तो धरती हिंदुस्तान की हो,
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन,
मरते वक्त मिट्टी हिंदुस्तान की हो।   

Army Desh Bhakti Shayari

desh bhakti shayari

  जशन आज़ादी का मुबारक हो देश वालो को,

फंदे से मोहब्बत थी हम वतन के मतवालो को…      

  चले आओ मेरे परिंदों लौट कर अपने आसमान में,

देश की मिटटी से खेलो, दूर-दराज़ में क्या रक्खा है      

  वो तिरंगे वाली डीपी हो तो लगा लो जरा…

सुना है कल देशभक्ति दिखाने वाली तारीख है. . . ! 

    ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई ,

मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता ,

नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमटकर मरे हे कई ,

मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता.    

     Aajadi ki kabhi shaam nahi hone denge,

Sahidon ki kurbani badnaam nahi hone denge,

Bachi ho jo ek bund bhi garam lahu ki…

Tab tak bharat ka aanchal nilaam nahi hane denge.    

Dard Desh Bhakti Shayari

happy birthday bhai shayari

      आज सलाम है उन वीरों को,
जिनके कारण ये दिन आता है।
वो माँ भी खुशनसीब होती है,
बलिदान जिसके बच्चों का देश के काम आता है।। 
    कतरा कतरा दे दूंगा अपने वतन के लिए,
रात और दिन बॉर्डर पर पहरा दूंगा अपने वतन के लिए।।
ये कुर्बानी है मेरी मेरे देश के लिए,
जरुरत आने पर अपनी जान भी दूंगा अपने वतन के लिए।।    
  सरफ़रोशी की तमन्ना
अब हमारे दिल में है
देखना है जोर कितना बाजु ए कातिल में है।।      
    चलो फिर से खुद को जगाते हैं
अनुशासन का डंडा फिर से घुमाते हैं
सुनहरा रंग है गणतंत्र का शहीदों के लहू से
ऐसे शहीदों को हम सब सर झुकाते हैं।।   
  मैं इसका हनुमान हूँ
ये देश मेरा राम है।।
छाती चीर के देश लो
अंदर बैठा हिंदुस्तान है।।     

ये भी पढ़े: Attitude Dosti Shayari in Hindi

दिल को छू जाने वाली देशभक्ति शायरी

दिल को छू जाने वाली देशभक्ति शायरी

   सीने में जूनून आंखों में देशभक्ति की चमक रखता हूं,

दुश्मन की सांस थम जाए आवाज में वो धमक रखता हूं। 

रंगा है आन मेरी तिरंगा ही है शान मेरी,

तिरंगा रहे सदा ऊंचा हमारा तिरंगे से है धरती महान मेरी।

   दे सलामी इस तिरंगे को जिससे तेरी शान है,

सर हमेशा ऊंचा रखना इसका जब तक दिल में जान है।   

     एक दिया उनके भी नाम का रख लो पूजा की थाली में,

जिनकी सांसे थम गई है भारत मां की रखवाली में। 

   लड़े जंग वीरों की तरह जब खून खौल फौलाद हुआ,

मरते दम तक डटे रहे वो तभी ये देश आजाद हुआ।

Desh Bhakti Shayari in Hindi

desh bhakti shayari in hindi

   मैं मर जाऊं तो मेरी एक अलग पहचान लिख देना,

लहू से मेरी पेशानी पर हिंदुस्तान लिख देना 

   जो अब तक ना खौला वह खून नहीं पानी है,

जो देश के काम ना आए वह बेकार जवानी है। 

   ये सर हर बार झुका है हर बार झुकेगा उनकी शहादत में,

जो शहीद हुए हैं मेरे वतन की हिफाजत में। 

  फरिश्ते सिर्फ आसमान में नहीं रहते हैं,

जमीन ए हिन्द पर उन्हें जवान रहते हैं।  

   ए वीरो जोश ना ठंडा हो पाए कदम मिलाकर चल,

मां कसम मंजिल तेरे कदम चूमेगी आज नहीं तो कल   

Shayari Desh Bhakti

shayari desh bhakti

    सरहद तुम्हें पुकारे तुम्हें आना ही होगा
कर्ज अपनी मिट्टी का चुकाना ही होगा,
दे करके कुर्बानी अपने जिस्मो-जां की
तुम्हे मिटना भी होगा मिटाना भी होगा।   
    मुझे न तन चाहिए, न धन चाहिए,
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए,
जब तक जिंदा रहूँ, इस मातृ-भूमि के लिए,
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये।   
    बस ये बात हवाओं को बताये रखना,
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना,
लहू देकर जिसकी हिफाज़त की शहीदों ने,
उस तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना।   
    दिल हमारे एक हैं एक ही है हमारी जान,
हिंदुस्तान हमारा है हम हैं इसकी शान,
जान लुटा देंगे वतन पे हो जायेंगे कुर्बान,
इसलिए हम कहते हैं मेरा भारत महान। 
    दे सलामी इस तिरंगे को,
जिस से तेरी शान है,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका,
जब तक तुझ में जान है। 

ये भी पढ़े: Best Shayari in Hindi

Desh Bhakti Shayari 2 Line

happy birthday bhai shayari

  वतन की सर बुलंदी में, हमारा नाम हो शामिल
गुजरते रहना है हमको, सदा ऐसे मुकामो से     
भारत माता से गुजारिश कि तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी न मिले
हर जनम मिले हिन्दुस्तान की पावन धरा पर या फिर कभी जिंदगी न मिले       
    आओ झुक कर सलाम करे उनको जिनके हिस्से मे ये मुकाम आता है
खुसनसीब है वो खून जो देश के काम आता है    
      मिटा दिया है वजूद उनका जो भी इनसे भिड़ा है
देश की रक्षा का संकल्प लिए जो जवान सरहद पर खड़ा है  
    सीने में ज़ुनू, ऑखों में देंशभक्ति की चमक रखता हुँ
दुश्मन की साँसें थम जाए, आवाज में वो धमक रखता हुँ   

ये भी पढ़े: Attitude Shayari in Hindi 2 Line

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *